Current affairs of 4th of january 2021 in hindi and english

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विश्व ब्रेल दिवस : 4 जनवरी

विश्व ब्रेल दिवस : 4 जनवरी

वर्ष 2019 से हर साल 4 जनवरी को विश्व स्तर पर विश्व ब्रेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन दृष्टि बाधित और दृष्टि-विहीन लोगों के लिए मानवाधिकार हासिल करने में संचार के साधन के रूप में ब्रेल के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। यह दिन दृष्टि बाधित लोगों के लिए ब्रेल लिपि विकसित करने वाले लुई ब्रेल की जयंती को चिन्हित करने के लिए मनाया जाता है, जिनका जन्म उत्तरी फ्रांस के कूपवरे (Coupvray) शहर में 4 जनवरी 1809 को हुआ था।
ब्रेल लिपि: ब्रेल लिपि में 6 बिन्‍दुओं के माध्‍यम से ही दृष्टिबाधित दिव्‍यांगजन पूरे संसार का ज्ञान हासिल कर सकते हैं। उनकी हाथों की उंगलियां इन 6 बिन्‍दुओं के सहारे से संगीत, साहित्‍य, कला, गणित, विज्ञान की दुनियां को महसूस कर पाती हैं। विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के अनुमान के मुताबिक तीन करोड़ साठ लाख लोग दृष्टिबाधित हैं और 21 करोड़ साठ लाख लोग आंशिंक रूप से दृष्टिबा‍धित हैं।
Every year from the year 2019 on January 4, World Braille Day is celebrated globally. The day is celebrated to raise awareness about the importance of Braille as a means of communication in achieving human rights for the visually impaired and the visually impaired. The day is celebrated to mark the birth anniversary of Louis Braille, who developed the Braille script for the visually impaired, who was born on 4 January 1809 in the city of Coupvray, northern France.
Braille script: Only through 6 points in Braille script can the visually impaired persons gain knowledge of the whole world. With the help of these 6 points, the fingers of his hands are able to feel the world of music, literature, art, mathematics, science. According to an estimate by the World Health Organization, three million six million people are blind and 21 million six million people are partially blind.


पंजाब सरकार ने ‘डिजीनेस्ट’ मोबाइल ऐप लॉन्च किया

पंजाब सरकार ने 'डिजीनेस्ट' मोबाइल ऐप लॉन्च किया

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुधवार को राज्य सरकार की निर्देशिका के लिए लोगों को डिजिटल एक्सेस देने के लिए एक मोबाइल एप्लिकेशन 'डिजिनेस्ट' की शुरुआत की, जिसे एक बटन के क्लिक के साथ स्मार्ट फोन के साथ सिंक किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार के विज्ञापन और मीडिया घरानों को भुगतान जारी करने की पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता और दक्षता लाने के लिए एक ऑनलाइन पंजाब एडवरटाइजिंग रिलीज़ ऑर्डर सिस्टम भी शुरू किया।
Punjab Chief Minister Captain Amarinder Singh on Wednesday launched a mobile application 'Diginest' to give people digital access to the state government's directory, which can be synced with smart phones with the click of a button.
The Chief Minister also introduced an online Punjab Advertising Release Order System to bring transparency and efficiency in the entire process of issuing payments to the advertising and media houses of the state government.


RBI ने लांच किया डिजिटल भुगतान सूचकांक

RBI ने लांच किया डिजिटल भुगतान सूचकांक

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने देशभर में भुगतान के डिजिटलीकरण के स्तर का पता लगाने के लिए एक समग्र डिजिटल भुगतान सूचकांक (डीपीआई) बनाया है। इसके लिए आधार अवधि मार्च 2018 को बनाया गया है।
डीपीआई में पांच व्यापक मानदंड शामिल
आने वाले समय में मार्च 2021 से चार महीने के अंतर के साथ आरबीआई-डीपीआई का प्रकाशन छमाही आधार पर केंदीय बैंक की वेबसाइट पर किया जाएगा। आरबीआई-डीपीआई में पांच व्यापक मानदंड शामिल हैं जो विभिन्न समयावधि में डिजिटल भुगतान की पैठ और स्थिति का आकलन करते हैं।
1. भुगतान को सुगम बनाने वाले (25 फीसदी भारांश)
2. भुगतान संबंधी बुनियादी ढांचा-मांग पक्ष कारक (10 फीसदी)
3. भुगतान संबंधी बुनियादी ढांचा-आपूर्ति पक्ष कारक (15 फीसदी)
4. भुगतान प्रदर्शन (45 फीसदी)
5. उपभोक्ता केंद्रित (पांच फीसदी)
इन प्रत्येक मानदंडों के उप-मानदंड हैं, जिसमें डिजिटल लेन-देन का पता लगाने वाले विभिन्न संकेतक शामिल हैं। आरबीआई-डीपीआई को मार्च 2018 को आधार अवधि मानकर तैयार किया गया है। इसका मतलब है कि मार्च 2018 के लिये डीपीआई अंक 100 है।

डिजिटल पेमेंट्स इंडेक्स की आवश्यकता
भारत में डिजिटल भुगतानों में काफी तेजी देखी गयी है। यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) के अनुसार, दिसंबर 2020 में लगभग 4.16 लाख करोड़ रुपये के 223 करोड़ रुपये के लेन-देन किए गए, जबकि नवंबर 2020 में 3.9 लाख करोड़ रुपये के 221 करोड़ रुपये के लेन-देन किये गये थे। देश में डिजिटल लेन-देन दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इसलिए, इसके विकास को मापना और विकास का समर्थन करने के लिए संबंधित पहलों को लॉन्च करना आवश्यक है।
The Reserve Bank of India (RBI) has created a Composite Digital Payment Index (DPI) to ascertain the level of digitization of payments across the country. The base period for this has been created on March 2018.
DPI includes five broad criteria
RBI-DPI will be published on the website of Central Bank on a half-yearly basis with a difference of four months from March 2021 in the coming time. The RBI-DPI includes five broad criteria that assess the penetration and status of digital payments over different time periods.
1. Facilitating payment (25% weightage)
2. Payment Infrastructure-Demand Side Factors (10%)
3. Payment related infrastructure-supply side factors (15%)
4. Payment Performance (45 Percent)
5. Consumer Centered (Five Percent)
Each of these criteria has sub-criteria, including various indicators that detect digital transactions. The RBI-DPI has been prepared with March 2018 as the base period. This means that the DPI mark for March 2018 is 100.
Digital Payments Index required
Digital payments have seen a boom in India. According to the Unified Payments Interface (UPI), in December 2020, transactions worth Rs 223 crore worth about Rs 4.16 lakh crore were done, while in November 2020, transactions worth Rs 221 crore worth Rs 3.9 lakh crore were done. Digital transactions in the country are increasing day by day. Therefore, it is necessary to measure its growth and launch related initiatives to support development.


रेल मंत्रालय ने खिलाड़ियों को रेल किराए में छूट बंद की

रेल मंत्रालय ने खिलाड़ियों को रेल किराए में छूट बंद की

रेल मंत्रालय ने खिलाड़ियों को किराये में मिलने वाली छूट को बंद कर दिया है. रेल मंत्रालय की ओर से लंबे समय से राष्ट्रीय खेल आयोजनों में खेलने वाली टीमों, खिलाड़ियों को सेकेंड क्लास स्लीपर के लिए 75 प्रतिशत, प्रथम श्रेणी के लिए 50 प्रतिशत, एसी-3 के लिए 50 और एसी-2 के लिए 25 प्रतिशत राशि की छूट दी जाती थी. राष्ट्रीय कंपटीशन देश के दूर दराज इलाकों में होते हैं और इनमें बड़ी संख्या में खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं. ऐसे में यह छूट राष्ट्रीय खेल संघों, राज्य संघों और राज्य ओलंपिक संघों के लिए वरदान से कम नहीं थी, लेकिन रेल मंत्रालय ने इसे वापस ले लिया है.
The Railway Ministry has stopped the waiver for players. Waiver of 75 per cent for second class sleeper, 50 per cent for first class, 50 for AC-3 and 25 per cent for AC-2 from the Ministry of Railways for long time playing teams in national sporting events. Was given National competition takes place in far-flung areas of the country and a large number of players take part in it. In such a situation, this exemption was no less than a boon for National Sports Federations, State Associations and State Olympic Associations, but the Railway Ministry has withdrawn it.


दिल्ली सरकार ने की तमिल अकादमी की स्थापना

दिल्ली सरकार ने की तमिल अकादमी की स्थापना

दिल्ली सरकार के कला, संस्कृति और भाषा विभाग ने दक्षिणी राज्य तमिलनाडु की भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए तमिल अकादमी की स्थापना की है। दिल्ली में तमिलनाडु के लोगों की एक बड़ी आबादी रहती है और इसलिए तमिलनाडु के कला और संस्कृति का स्वाद लेने के लिए दिल्ली के लोगों के लिए एक मंच प्रस्तुत करना चाहते हैं।
दिल्ली सरकार ने पूर्व पार्षद और दिल्ली तमिल संगम एन राजा के सदस्य को अकादमी का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है।
The Department of Arts, Culture and Languages of the Government of Delhi has established the Tamil Academy to promote the language and culture of the southern state of Tamil Nadu. Delhi has a large population of people from Tamil Nadu and therefore want to present a platform for the people of Delhi to taste the art and culture of Tamil Nadu.
The Delhi government has appointed former councilor and member of Delhi Tamil Sangam N Raja as the vice-president of the academy.


पर्वतारोही कर्नल नरेंद्र ‘बुल’ कुमार का निधन

पर्वतारोही कर्नल नरेंद्र 'बुल' कुमार का निधन

भारत के सियाचिन ग्लेशियर को सुरक्षित रखने में अहम भूमिका निभाने वाले जाने-माने पर्वतारोही कर्नल नरेंद्र 'बुल' कुमार का निधन। उनका 1984 के ऑपरेशन मेघदूत की सफलता के में अहम योगदान था। वह नंदा देवी पर चढ़ाई करने वाले पहले भारतीय थे। उन्होंने 1965 में माउंट एवरेस्ट, माउंट ब्लैंक (आल्प्स की सबसे ऊंची चोटी), और बाद में माउंट कांगचेंगा पर चढ़ाई की। उन्होंने अपने साहसी कार्यों के लिए 'बुल' नाम की उपाधि हासिल की थी।
कीर्ति चक्र, पद्म श्री, अर्जुन पुरस्कार और मैकग्रेगर पदक से सम्मानित किया जा चुके कर्नल कुमार ने 1970 के दशक के अंत और 1980 के दशक के प्रारंभ में सियाचिन ग्लेशियर क्षेत्र में कई अभियान चलाए।
The death of Col. Narendra 'Bull' Kumar, a noted mountaineer who played a key role in securing India's Siachen Glacier. He was instrumental in the success of Operation Meghdoot in 1984. He was the first Indian to climb Nanda Devi. He climbed Mount Everest, Mount Blanc (the highest peak of the Alps) in 1965, and later Mount Kangchenga. He received the title of 'Bull' for his courageous deeds.
Having been awarded the Kirti Chakra, Padma Shri, Arjuna Award and the McGregor Medal, Colonel Kumar undertook several expeditions in the Siachen Glacier region in the late 1970s and early 1980s.


रेल मंत्रालय ने ‘आत्मनिर्भर भारत का हो रहा निर्माण’ पुस्तिका जारी की

रेल मंत्रालय ने 'आत्मनिर्भर भारत का हो रहा निर्माण' पुस्तिका जारी की

रेल मंत्रालय ने वर्ष 2020 में रेल मंत्रालय की उपलब्धियों की एक बुकलेट जारी की है, जिसका शीर्षक है “एक आत्मनिर्भर भारत का निर्माण”। इस पुस्तिका में वर्ष 2020 में भारतीय रेल की महत्वपूर्ण उपलब्धियों और पहलों को शामिल किया गया है।
पुस्तिका में कई विशेष शीर्षकों के साथ रेल मंत्रालय की महत्वपूर्ण उपलब्धियां और पहलें शामिल हैं, जैसे – राष्ट्र की जीवन रेखा – कोविड-19 के दौरान, कोविड-19 के दौरान सद्भावना बढ़ातीरेलवे, रेल सुरक्षा, इन्फ्रास्ट्रक्चर – एक बेहतर कल के लिए,पूर्वोत्तरः सातों राज्योंसे कनेक्टिविटी, आत्मनिर्भर भारत, स्वच्छ रेल स्वच्छ भारत, ग्रीन रेलवे, स्किलिंग भारत, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) के कार्य में तेजी, माल-परिवहन में तेजी, मालढुलाई में अग्रसर, किसान रेल से कृषि क्षेत्र में खुशहाली, यात्रियों की मुस्कान के लिएनिरंतर प्रयास,प्रगति का प्लेटफॉर्म, परिचालन में पब्लिक-प्राइवेट- पार्टनरशिप, विकास की रेल, तीव्र रेल गतिमान रेल, पारदर्शिता एवं जवाबदेही आदि।
Ministry of Railways has released a booklet of the achievements of Ministry of Railways in the year 2020, titled "Building a Self-reliant India". This booklet covers important achievements and initiatives of Indian Railways in the year 2020.
The booklet contains important achievements and initiatives of the Ministry of Railways with several special titles, such as – lifeline of the nation – during KOVID-19, goodwill during KOVID-19 Railways, Rail Safety, Infrastructure – For a better tomorrow, Northeast: Connectivity with seven states, self-reliant India, Swachh Rail Swachh Bharat, Green Railway, Skilling India, speeding up of Dedicated Freight Corridor (DFC), acceleration in freight transport, freight forwarding, Kisan Rail to agriculture sector, passengers smile For continuous efforts, platform of progress, public-private-partnership in operation, rail of development, fast rail, moving rail, transparency and accountability etc.


पूर्व केंद्रीय मंत्री बूटा सिंह का निधन

पूर्व केंद्रीय मंत्री बूटा सिंह का निधन

पूर्व केंद्रीय मंत्री और राजस्थान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बूटा सिंह का निधन। अनुभवी राजनीतिज्ञ बूटा सिंह ने 1986 से 1989 के दौरान राजीव गांधी सरकार में गृह मंत्री के रूप में कार्य किया था।
इसके अलावा बूटा सिंह ने कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री के रूप में भी काम किया था। वे जालोर-सिरोही लोकसभा क्षेत्र से चार बार सांसद रहे। उन्होंने 2007 से 2010 तक राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
Former Union Minister and senior Rajasthan Congress leader Buta Singh passed away. Veteran politician Buta Singh served as Home Minister in the Rajiv Gandhi government from 1986 to 1989.
Apart from this, Buta Singh also served as the Minister of Agriculture and Rural Development. He was a four-time MP from Jalore-Sirohi Lok Sabha constituency. He served as the Chairman of the National Commission for Scheduled Castes from 2007 to 2010.


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रेटिंग में विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रेटिंग में विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता

अमेरिकी डाटा फर्म मॉर्निंग कंसल्ट ने 55 प्रतिशत रेटिंग के साथ पीएम मोदी को दुनिया का सबसे स्वीकार्य नेता बताया है। ये फर्म दुनिया के टॉप नेताओं के कार्यकाल, उनकी लोकप्रियता, उनकी नीतियों पर नजर रखती है।
अमेरिकी डाटा फर्म मॉर्निंग कंसल्ट के अनुसार 75 प्रतिशत से अधिक लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी को सर्वाधिक लोकप्रिय बताया है, जबकि 20 प्रतिशत लोगों ने इस बात से इंकार किया है। इसके अंतर्गत कुल मिलाकर 55 प्रतिशत लोगों ने नरेंद्र मोदी को सर्वाधिक लोकप्रिय शासनाध्‍यक्ष माना। प्रधानमंत्री को मिली यह रेटिंग विश्‍व के किसी अन्‍य नेता की रेटिंग से काफी अधिक है। अमरीकी कंपनी ने अमरीका, जापान और ब्राजील सहित 13 देशों में यह सर्वेक्षण किया था।
मॉर्निंग कंसल्ट: मॉर्निंग कंसल्टिंग 2014 में स्थापित एक वैश्विक, निजी तौर पर आयोजित डेटा इंटेलिजेंस कंपनी है। यह कंपनी ऑनलाइन सर्वेक्षण में निपुण है तथा इसका कार्यालय वाशिंगटन, डीसी , न्यूयॉर्क शहर , शिकागो और सैन फ्रांसिस्को में हैं ।
American data firm Morning Consult has named PM Modi as the most acceptable leader in the world with a 55 percent rating. This firm monitors the tenure, popularity, and policies of the world's top leaders.
According to the American data firm Morning Consult, more than 75 percent people have described Prime Minister Modi as the most popular, while 20 percent people have denied this. Under this, 55 percent of the people overall considered Narendra Modi as the most popular head of government. This rating received by the Prime Minister is much higher than the rating of any other world leader. The survey was carried out by the US company in 13 countries including the USA, Japan and Brazil.
Morning Consult: Morning Consulting is a global, privately held data intelligence company founded in 2014. The company is proficient in online surveys and has offices in Washington, DC, New York City, Chicago and San Francisco.


51वां अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह

51वां अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह

भारत का 51 वां अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह 16 से 24 जनवरी तक गोवा में आयोजित किया जाएगा। इस समारोह की शुरुआत थॉमस विंटरबर्ग की फिल्म एैनदर राउंड से की जाएगी।
इस संस्करण का आयोजन पहली बार हाइब्रिड मोड में किया जा रहा है और इसमें ऑनलाइन और वैयक्तिक दोनों तरह के अनुभव शामिल होंगे।
इस महोत्सव में दुनियाभर की कुल 224 फिल्मों को प्रदर्शित किया जाएगा।
इनमें भारतीय पैनोरमा सेक्शन के अंतर्गत 21 गैर फीचर फिल्में और 26 फीचर फिल्में शामिल हैं। इस समारोह की शुरुआत थॉमस विन्टरबर्ग की फ़िल्म ‘अनअदर राउंड’ से किया जाएगा।
संदीप कुमार द्वारा निर्देशित फिल्म ‘मेहरुनिसा’ का वर्ल्ड प्रीमियर इस महोत्सव के मध्य में किया जाएगा। तथा इसका समापन 24 जनवरी को कियोशी कुरोसावा के ऐतिहासिक नाटक ‘वाइफ ऑफ ए स्पाई’ के भारतीय प्रीमियर के साथ होगा।
India's 51st International Film Festival will be held in Goa from 16 to 24 January. The ceremony will begin with Thomas Winterberg's film Another Round.
This edition is being held in hybrid mode for the first time and will include both online and in-person experiences.
A total of 224 films from all over the world will be screened at this festival.
These include 21 non-feature films and 26 feature films under the Indian Panorama section. The ceremony will begin with Thomas Winterberg's film Another Round.
The film 'Mehrunisa' directed by Sandeep Kumar will have its world premiere in the middle of the festival. And it will conclude on January 24 with the Indian premiere of Kiyoshi Kurosawa's historical drama Wife of a Spy.


यूपी सरकार ने किसानो के लिए ‘किसान कल्याण मिशन’ शुरू किया

यूपी सरकार ने किसानो के लिए ‘किसान कल्याण मिशन’ शुरू किया

उत्तर प्रदेश (यूपी) सरकार ने किसानों की आय को दोगुना करने के लिए एक विशेष कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है. यूपी में विभिन्न गतिविधियों के जरिए किसान कल्याण और किसानों की आमदनी दोगुना करने का अभियान 06 जनवरी को शुरू होने जा रहा है. इस मिशन के जरिए किसानों को नए कृषि कानूनों के प्रति जागरूक भी किया जाएगा.
किसान कल्याण मिशन नाम का यह कार्यक्रम राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेगा. किसान कल्याण मिशन के तहत, समूचे राज्य में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. इस मिशन के जरिये किसानों की तीन नये कृषि कानूनों को लेकर जारी नाराजगी को दूर करने का भी प्रयास किया जाएगा.
केंद्र सरकार हर हाल में साल 2022 तक किसानों की आमदनी बढ़ाकर डबल करने पर फोकस कर रही है. इसके लिए सरकार ने कई योजनाएं चलाई हुई हैं. इनमें पीएम-किसान सम्मान निधि योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, खेती में नई तकनीकों का इस्तेमाल, किसानों को जीरो ब्याज पर कर्ज मुहैया कराना, किसान क्रेडिट कार्ड समेत सभी योजनाएं शामिल हैं.
The Uttar Pradesh (UP) government has announced to start a special program to double the income of farmers. The campaign to increase farmer welfare and doubling farmers' income through various activities in UP is going to start on January 06. Through this mission, farmers will also be made aware of new agricultural laws.
This program named Kisan Kalyan Mission will cover all the assembly constituencies of the state. Under the Kisan Kalyan Mission, various programs will be organized throughout the state. Through this mission, efforts will also be made to remove the resentment of the farmers about the three new agricultural laws.
In any case, the central government is focusing on doubling the income of farmers by 2022. For this, the government has run many schemes. These include all schemes including PM-Kisan Samman Nidhi Yojana, Soil Health Card, Use of new techniques in farming, providing loans to farmers at zero interest, Kisan Credit Card.


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