टोक्‍यो पैरालंपिक 2020/21 में भारत का सर्वक्षेष्‍ठ प्रदर्शन : रिेकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन/ India’s best performance in Tokyo Paralympics 2020/21: Record breaking performance

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दोस्‍तों पिछली पोस्‍ट में आपने पैरालंपिक की शुुरूआत कैसे और कहां से होती है पड़ा और साथ ही आपने पैरालंपिक में भारत के अब तक के सफर के बार में विस्‍तार से जाना तो वहीं इस पोस्‍ट में हम 2020 टोक्‍यों पैरालंपिक (2020 Tokyo Paralympics) के सम्‍पूूर्ण भारतीय पदकवीरों के बाारे में विस्‍तार से पढ़ने वाले हैं।
टोक्‍यों पैरालंपिक में भारतीय खिलाड़ीयों ने अपना दमखम दिखाते हुए जहां जंहा भारत ने 5 स्‍वर्ण (Gold), 8 रज़त (Silver), और 6 कांस्‍य (Bronze) सहित कुल 19 पदक (Medals) जीतने के साथ ही भारत 24वें स्‍थान पर रहा है। तो वहीं ने कई नए पूराने रिकार्ड तोड़़ते हुए नए रिकाॅॅर्ड को भी बनाया जिसके साथ ही टोक्‍यों पैरालंपिक भारत के लिए अब तक का सर्वक्षेष्‍ठ प्रदर्शन शाबित हुआ तो ऐसे में आइए विस्‍तार से जानते हैं उन पदक वीरों के बारे में जिन्‍होंनेे अपने खेल प्रदर्शन के बल से ना सिर्फ अपना नाम रोशन किया अपितु हर भारतवासी को भी गौरांवित कर दिया है ।
चूंकि मित्रों टोक्‍यो 2021 में आयोजित पैरा गेम्‍स में भारत का अब तक का सर्वक्षेष्‍ठ प्रदर्शन रहा है और जंहा भारत ने 5 स्‍वर्ण (Gold), 8 रज़त (Silver), और 6 कांस्‍य (Bronze) सहित कुल 19 पदक (Medals) जीतने के साथ ही भारत 24वें स्‍थान पर रहा है। तो इस बार सरकारी परीक्षा कि दृष्टि से यह टाॅपिक आपकेे लिए बहुत ही महत्‍वपूर्ण हो जाता है, और आगे आने वाले सभी एग्‍जाम जैसे रेल्‍वे (Railway), एसएससी (SSC), बैकं (Bank), स्‍टेट PSC और विभिन्‍न राज्‍यों में ओयाजित होने वाले वन डे एगज़ा़म (one day exam) में आपको यहां से प्रश्‍न देखने को जरूर मिलेंगे।

पैरालंपिक खेल कि शुरूआत से अब तक भारत का सफर जानने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें। https://www.sarkaricircle.com/blog/general-topics/paralympic-games-indias-best-performance-in-tokyo-paralympics-2020-21-record-breaking-performance/?preview_id=3828&preview_nonce=e050b9c1c7&preview=true&_thumbnail_id=4345

यदि अभी तक आपने पिछली पोस्‍ट नही पड़ी है तो लिंक पर क्लिक करके भारत का पैरालंपिक में सफर के बारे में जाने

Table of Contents

भाविना पटेल: वूमेंस सिंगल्स टेबल टेनिस क्लास – 4 – रज़त पदक / Bhavina Patel: Women’s Singles Table Tennis Class – 4 – Silver Medals

Bhavina Patel: Women's Singles Table Tennis - भाविना पटेल - Bhavina Patel - वूमेंस सिंगल्स टेबल टेनिस क्लास
Bhavina Patel: Women’s Singles Table Tennis

भाविना पटेल (Bhavina Patel) पैरा खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय टेबल टेनिस (Table Tennis) खिलाड़ी हैं। साथ ही टोक्यो पैरालंपिक (Tokyo Paralympics) में भारत को पहला पदक भी भाविना पटेल (Bhavina Patel) ने दिलाया था। भाविना टेबल टेनिस (Table Tennis) के क्लास 4 वर्ग में रजत पदक (silver medal) जीतने में सफल रही हैं। जहां इन्‍होंने क्वार्टर फाइनल में सर्बिया की बोरिस्लावा रांकोविच (Borislava Rankovi) को हराकर अपना पदक तो पक्का कर ही लिया था। जिसके बाद भाविना ने सेमीफाइनल में चीन की ही झांग मियाओ (Zhang Miao) को हराकर फाइनल में जगह बनाई। हालांकि भाविना को स्वर्ण पदक मैच में चीन की वर्ल्ड नंबर-1 झाउ यिंग (Zhou Ying) ने हरा दिया, जिसके चलते उन्हें रजत पदक (silver medal) से संतोष करना पड़ा।

निषाद कुमार : मेंस हाई जंप T47 – रजत पदक / Nishad Kumar: Men’s High Jump T47 – Silver Medal

निषाद कुमार -Nishad Kumar- Men's High Jump T47-रजत पदक -silver medal- Tokyo Paralympics 2020
Nishad Kumar: Men’s High Jump T47

निषाद कुमार (Nishad Kumar) ने पुरुषों के टी-47 हाई जंप के मुकाबले में भारत के लिए रजत पदक (silver medal) जीता है। भारत के निषाद कुमार ने 2.06 मीटर की छलांग के साथ खुद का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और एशियन रिकॉर्ड की भी बराबरी की जिस कारण टोक्यो पैरालंपिक के मेंस हाई जंप (men’s high jump) T47 स्पर्धा में रजत पदक (silver medal) जीतने में सफल रहे।

यूएसए के रोडरिक टाउनसेंड-रॉबर्ट्स (Roderick Townsend-Roberts) ने 2.15 मीटर की जंप मारकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया और स्‍वर्ण पदक (gold medal) अपने नाम किया। आपको बता दें कि अमेरिका के डलास वाइज (Dallas Wise) भी इसी इवेंट में सिल्वर मेडल (silver medal) जीतने में कामयाब रहे, क्योंकि वाइज ने भी 2.06 मीटर की जंप लगाई थी।

अवनि लखेेरा पैरालंपिक में 2 पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला / Avani Lakhera First Indian woman to win 2 medals in Paralympics

अवनि लखेरा : महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग स्टैंडिंग SH1- स्‍वर्ण पदक / Avani Lakhera : Women’s 10m Air Rifle Shooting Standing SH1- gold medal

टोक्यो पैरालंपिक (Tokyo Paralympics) 2020 में भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक अवनि लखेरा (Avani Lakhera) ने हासिल किया। उन्होंने यह सफलता महिलाओं की, 10 मीटर एयर राइफल (Air Rifle) स्टैंडिंग SH1 में हासिल की है जिसके साथ ही अवनि पैरालंपिक खेलों में स्‍वर्ण पदक (gold medal) जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं। आपको बता देंं कि 19 वर्ष की अवनि का पैरालंपिक में डेब्‍यू था जिसमें इस शूटर ने फाइनल में 249.6 अंक हांसिल किए जो कि इस कैटेगरी में वर्ल्ड रिकॉ़र्ड के बराबर है।

अवनि लखेरा - Avani Lakhera -Women's 10m Air Rifle- 10 मीटर एयर राइफ-स्‍वर्ण पदक -gold medal
Avani Lakhera : Women’s 10m Air Rifle

अवनि लखेरा : वूमेंस 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन शूटिंग SH1- कास्‍यं पदक / Avani Lakhera: Women’s 50m Rifle 3 Position Shooting SH1- Bronze Medal

पैरालंपिक (Paralympics) में स्वर्ण (gold) जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनने के बाद अवनि लखेरा (Avani Lakhera) ने वूमेंस 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन SH1 (Women’s 50m Rifle Three Position SH1) स्पर्धा में कांस्य पदक (bronze medal) जीतकर एक नया इतिहास रच दिया। क्‍योंकि अब वह साथ ही दो पैरालंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं।

19 वर्षीय अवनि ने अपने फाइनल मुकाबले में 445.9 अंक के साथ कांस्य पदक हासिंल किया तो वहीं चीन के क्यूपिंग झांग (Qiping Zhang) ने इसी स्‍पर्धा में रिकॉर्ड 457.9 के स्कोर के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया और जर्मनी की नताशा हिलट्रॉप (Natasha Hilltrop) ने 457.1 के स्कोर के साथ रजत पदक (silver medal) जीता।

आखिर पैरालंपिक खेलों की शुरुआत कैसे हुई ?

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देवेंद्र झाझरिया: मेंस जेवलिन थ्रो F46 – रज़त पदक / Devendra Jhajharia: Men’s Javelin Throw F46 – Silver Medal

Devendra Jhajharia- Men's Javelin Throw F46-देवेंद्र झाझरिया
Devendra Jhajharia: Men’s Javelin Throw F46

दो बार के पैरालंपिक गोल्ड मेडलिस्ट (gold medalist) देवेंद्र झाझरिया (Devendra Jhajharia) ने टोक्यो में भी अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा । देवेंद्र झाझरिया (Devendra Jhajharia) मेंस जेवलिन थ्रो F46 (Men’s Javelin Throw F46) वर्ग में रजत पदक (silver medal) जीतकर भारत के सबसे सफल पैरालंपियन में से एक बन गए हैं। इससे पहले उन्होंने दो पैरालंपिक एथेंस 2004 और रियो 2016 में स्‍वर्ण पदक जीता चुके हैं।

देवेंद्र ने फाइनल में 64.35 मीटर का थ्रो फेंका, जिसकी बदौलत उन्होंने अपना ही पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया। हालांकि, श्रीलंका के दिनेश हेराथ (Dinesh Herath) ने 67.79 मीटर का थ्रो फेंका, जिसकी बदौलत उन्होंने ना केवल नया पैरालंपिक रिकॉर्ड बनाया बल्कि स्‍वर्ण पदक पर भी कब्जा जमा लिया।

योगेश कथुनिया : मेंस डिस्कस थ्रो F56 – रजत पदक / Yogesh Kathuniya: Men’s Discus Throw F56 – Silver Medal

Yogesh Kathuniya - Men's Discus Throw F56 - योगेश कथुनिया - मेंस डिस्कस थ्रो F56
Yogesh Kathuniya: Men’s Discus Throw F56

योगेश कथुनिया (Yogesh Kathuniya) ने पुरुषों के डिस्कस थ्रो F56 क्लास (discus throw F56 class) में भारत के लिए रजत पदक (silver medal) जीता है। उन्‍होंने अपने पांचवे राउंड में 43.55 मीटर और अंतिम छठवे राउंड में शानदार प्रदर्शन करते हुए 44.38 मीटर की दूरी तक चक्का फेंका और रजत पदक (silver medal) अपने नाम कर लिया। ब्राजील के बतिस्ता डॉस सैंटोस क्लॉडनी (Batista dos Santos Claudani) ने 45.25 मीटर थ्रो कर इस स्पर्धा का स्‍वर्ण पदक जीता।

सुंदर सिंह गुर्जर : मेंस जेवलिन थ्रो F46 – कांस्य पदक /Sunder Singh Gurjar: Men’s Javelin Throw F46 – Bronze Medal

Sunder Singh Gurjar- Men's Javelin Throw F46 -सुंदर सिंह गुर्जर :- मेंस जेवलिन थ्रो F46
Sunder Singh Gurjar: Men’s Javelin Throw F46

जैवलिन थ्रोअर (Javelin Throw) सुंदर सिंह गुर्जर (Sunder Singh Gurjar) ने F-46 वर्ग में ही भारत के लिए कांस्य पदक जीता । जो कि उनका पैरालंपिक में पहला पदक था जिसके लिए सुंदर गुर्जर (Sunder Singh Gurjar) ने 64.01 मीटर जैवलिन फेंका, जो इस सत्र में उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो है। सुंदर जैवलिन के अलावा डिस्कस थ्रो और शॉटपुट आदि भी खेलते है।

सुमित अंतिल : मेंस जेवलिन थ्रो F64 – स्वर्ण पदक / Sumit Antil: Men’s Javelin Throw F64 – Gold Medal

Sumit Antil: Men's Javelin Throw F64-सुमित अंतिल -Sumit Antil- मेंस जेवलिन थ्रो F64
Sumit Antil: Men’s Javelin Throw F64

सुमित अंतिल (Sumit Antil) ने मेंस जेवलिन थ्रो F64 (Men’s Javelin Throw F64) कैटेगरी में स्वर्ण जीतने के साथ ही फाइनल में तीन बार विश्व रिकॉर्ड तोड़े। उन्होंने अपने पांच प्रयास में तीन बार खुद के ही विश्व रिकॉर्ड को ध्वस्त किया और अंत में गोल्ड मेडल पर भी कब्जा जमाया। 
आपको बता दें कि 23 वर्ष के एथलीट सुमित ने अपने पिछले विश्व रिकॉर्ड 62.88 मीटर को पीछे छोड़ते हुए 66.95 मीटर थ्रो के साथ शुरुआत की। सुमित अंतिल ने अपने दूसरे प्रयास में एक बार फिर 68.08 मीटर थ्रो के साथ एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया और अन्‍त में उन्होंने 68.55 मीटर के साथ एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। जो कि सुमित का फाइनल में 5वां प्रयास था, जिसकी बदौलत उन्‍होंने पोडियम पर पहला स्थान हासिल किया।

सिंहराज अदाना : मेंस10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग SH1 – कांस्य पदक / Sinharaj Adana: Men’s 10m Air Pistol Shooting SH1 – Bronze Medal

Sinharaj Adana - Men's 10m Air Pistol Shooting SH1 - सिंहराज अदाना - Sinharaj Adana-मेंस10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग SH
Sinharaj Adana: Men’s 10m Air Pistol Shooting SH1

सिंहराज अदाना (Sinharaj Adana) ने मेंस 10 मीटर एयर पिस्टल SH1 क्लास (Men’s 10m Air Pistol SH1 class) में कांस्य पदक अपने नाम किया आपको बता दें कि 39 वर्ष के सिंहराज अदाना ने फाइनल में 216.8 के स्कोर के बनाया था जिसके लिए उन्‍हे कांस्य पदक (Bronze Medal) दिया गया है। जबकि चीन के चाओ यांग (chao yang) ने पैरालंपिक रिकॉर्ड 237.9 के स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीता है।

शरद कुमार : मेंस हाई जंप T42- कांस्य पदक /Sharad Kumar: Men’s High Jump T42 – Bronze Medal

Sharad Kumar: Men's High Jump T42 -शरद कुमार - Sharad Kumar-मेंस हाई जंप T42
Sharad Kumar: Men’s High Jump T42

शरद कुमार (Sharad Kumar), इन्‍होंने मेंस हाई जंप T42 (Men’s High Jump T42) में भारत के लिए कांस्य पदक (Bronze Medal) हासिंल किया है। जिसके लिए शरद कुमार (Sharad Kumar) ने 1.83 के पहले चार मार्क को पूरा किया जिसमें उनका पहला जंप उनके लिए पदक को सुनिश्चित करता था। परतुं अपने अ‍ंंतिम प्रयास तक वह इसे पार नही कर पाये जिस कारण उन्हे कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा । जबकि पिछले पैरालंपिक रियो 2016 के कास्‍यं पदक विजेता वरुण सिंह भाटी इस स्पर्धा में सातवें स्थान पर थे।
शरद बचपन में अन्‍य बच्‍चों कि तरह ही नॉर्मल थे परतुं जब वे महज दो साल के थे तब डॉक्टर ने उन्हें गलत इंजेक्शन दे दिया। इस इंजेक्शन के कारण वे पोलियो से ग्रसित हो गए।

मरियप्पन थंगावेलु : मेंस हाई जंप T42 – रजत पदक / Mariyappan Thangavelu : Men’s High Jump T42 – Silver Medal

मरियप्पन थंगावेलु (Mariyappan Thangavelu) ने मेंस हाई जंप T42 (Men’s High Jump T42) क्लास में रजत पदक (silver medal) हासिल किया, जो कि दूसरा पैरालंपिक पदक है इससे पहले थंगावेलु रियों 2016 में स्‍वर्ण पदक(gold medal) हासिल कर चुके है।

इस कामयाबी तक पहुचंने के लिए मरियप्पन थंगावेलु (Mariyappan Thangavelu) ने 1.83 मीटर और 1.86 मीटर के निशान तक पहुंचने के लिए 3-3 प्रयास किए। हालांकि उनसे इस स्‍पर्धा में स्‍वर्ण पदक की उम्‍मीद थी परतुं वह अपने अतिंम प्रयास तक इसे हांसिल नही कर पाए। फिर भी हमारे लिए यह बहुत ही गौरव का पल था । क्‍योंकि इसी स्‍पर्धा का कास्‍यं पदक भी भारत के शरद कुमार ने हांसिल किया है। जबकि यूएसए के सैम ग्रेवे ने अपनी तीसरी और अंतिम छलांग में 1.88 मीटर की दूरी तय कर स्‍वर्ण पदक (gold medal) जीता।

प्रवीण कुमार : मेंस हाई जंप T64 – रजत पदक / Praveen Kumar : Men’s High Jump T64 – Silver Medal

Praveen Kumar - Men's High Jump T64 - मेंस हाई जंप T64-प्रवीण कुमार
Praveen Kumar : Men’s High Jump T64

प्रवीण कुमार (Praveen Kumar) ने टोक्यो पैरालंपिक में मेंस हाई जंप T64 स्पर्धा में रजत पदक (silver medal) हासिल किया। 18 वर्षीय कुमार ने ग्रेट ब्रिटेन के जोनाथन ब्रूम-एडवर्ड्स (Jonathan Broome-Edwards) से पीछ रहते हुए 2.07 मीटर की छलांग के साथ एक नया एशियाई रिकॉर्ड बनाया, जिन्होंने स्वर्ण के लिए अपने सत्र का सर्वश्रेष्ठ 2.10 मीटर दर्ज किया था। जिस कारण प्रवीण का स्‍थान दूूसरा रहा और उन्‍हें इस स्‍पर्धा के लिए रज़़त पदक (silver medal) हासिंल हुआ।

हरविंदर सिंह : मेंस इंडिविजुअल रिकर्व – तीरंदाजी – कांस्य पदक / Harvinder Singh: Men’s Individual Recurve – Archery – Bronze Medal

 Harvinder Singh- Men's Individual Recurve - Archery -हरविंदर सिंह Harvinder Singh-मेंस इंडिविजुअल रिकर्व - तीरंदाजी
Harvinder Singh: Men’s Individual Recurve – Archery

हरविंदर सिंह (Harvinder Singh) तींरदाजी (archery) में पुरुषों की व्‍यक्तिगत (men’s individual) स्‍पर्धा में पैरालंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय बन गये है। हरियाणा में जन्में 30 वर्षीय तीरंदाज हरविंदर सिंह ने एक रोमांचक प्लेऑफ मैच में दक्षिण कोरिया के किम मिन सु (Kim Min Su) को 6-5 से हराकर पैरालंपिक गेम्स में भारत को अपना पहला तीरंदाजी में कांस्य पदक (bronze medal) दिलाया।

मेंस 50 मीटर पिस्टल SH1-गोल्ड मेडल / Men’s 50m Pistol SH1-Gold Medal

मनीष नरवाल/Manish Narwal

भारत के मनीष नरवाल (Manish Narwal) ने टोक्यो में पैरालंपिक में रिकॉर्ड बनाते हुए मेंस 50 मीटर पिस्टल SH1 शूटिंग (Men’s 50m Pistol SH1 shooting) के स्वर्ण पदक (gold medal) जीता मनीष ने मेडल राउंड में शानदार प्रदर्शन किया और 218.2 का स्कोर बनाया, जो पैरालंपिक खेलों में एक नया रिकॉर्ड था।

Sinharaj Adhana and Manish Narwal- Men's 50m Pistol SH1-  मेंस 50 मीटर पिस्टल SH1- Men's 50m Pistol SH1-
Sinharaj Adhana and Manish Narwal:Men’s 50m Pistol SH1

सिंहराज अधाना / Sinharaj Adhana

आपको ये जानकर और भी खुशी होगी कि इस स्‍पर्धा का रजत पदक भी भारत के पाले में आया और यह कारनामा सिंहराज अधाना (Singhraj Adhana) ने किया उन्होंने फाइनल में 216.7 का स्कोर किया जिसके कारण वह दूसरे स्‍थान पर रहें और इस स्‍पर्धा का स्‍वर्ण और रज़़त दोनो ही पदको पर भारतीय खिलाड़ीयों का शोर्य देखने को मिला ।

मेंस सिंगल्स बैडमिंटन SL3 / Men’s Singles Badminton SL3

प्रमोद भगत (Pramod Bhagat)- स्वर्ण पदक (gold medal)

बैडमिंटन (Badminton) ने पैरालंपिक खेलों में अपना डेब्यू करने के साथ ही प्रमोद भगत (Pramod Bhagat) मेंस सिंगल्स बैडमिंटन SL3 (men’s singles badminton SL3) कैटेगरी में पहले पैरालंपिक चैंपियन बने।

प्रमोद भगत (Pramod Bhagat) ने सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने के लिए ग्रुप ए में शीर्ष स्थान हासिल किया था, जहां उन्होंने जापान के डाइसुके फुजिहारा (Daisuke Fujihara) को 21-11, 21-16 से हराकर स्वर्ण पदक (gold medal) जीता। इस स्‍पर्धा का कास्‍यं पदक भी भारत के पालें में रहा।

मनोज सरकार (Manoj Sarkar)-

Manoj Sarkar : men’s singles badminton SL

भारत के मनोज सरकार (Manoj Sarkar) मेंस सिंगल्स बैडमिंटन SL3 (men’s singles badminton SL3) के मुकाबले में प्रमोद भगत साथ ही थे और तीसरे स्थान पर रहते हुए कांस्य पदक (bronze medal) जीता।

मनोज सरकार (Manoj Sarkar) भी मेंस सिंगल्स बैडमिंटन SL3 (men’s singles badminton SL3) स्‍पर्धा में स्‍वर्ण पदक (gold medal) जितने वााले प्रमोद भगत (Pramod Bhagat) के साथ थे परतुं वह मनोज सरकार (Manoj Sarkar) सेमीफाइनल में पहुंचने के दौरान ग्रुप ए में प्रमोद भगत से पीछे रहे, जहां वह अंतिम रजत पदक (silver medal) विजेता डेनियल बेथेल (Daniel Bethel) से हार गए। जिससे इस इवेंट में यह तीसरे स्‍थान पर रहे और इन्‍हें कास्‍यं पदक (bronze medal) से संतोष करना पड़ा़।

सुहास यतिराज : पुरुष एकल बैडमिंटन SL4 – रजत पदक / Suhas Yathiraj : Men’s Singles Badminton SL4 – Silver Medal

 Suhas Yathiraj - Men's Singles Badminton SL4- सुहास यतिराज-पुरुष एकल बैडमिंटन SL4
Suhas Yathiraj : Men’s Singles Badminton SL4

सुहास यतिराज (Suhas Yathiraj) ने टोक्यो पैरालंपिक में मेंस सिंगल्स SL4 की बेडमिटंल (men’s singles SL4 badminton) स्‍पर्धा में रज़त पदक (silver medal) हासिल किया और ऐसा करने वाले वह पहले IAS बन गए हैं। आपको बता दें कि सुहास यतिराज (Suhas Yathiraj) दिल्ली से सटे सटे गौतम बुद्धनगर (नोएडा) के ज़िला मजिस्ट्रेट हैं. वे 2007 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी हैं।

भारत में एक आईएएस अधिकारी के रूप में कार्यरत इस भारतीय शटलर ने ग्रुप ए में फ्रांस के विश्व चैंपियन लुकास मजूर ( Lucas Mazur) के पीछे दूसरे स्थान पर रहने के बाद सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया। जिसके लिए उन्‍हें रज़त पदक हासिंल हुआ।

कृष्णा नागर – मेंस सिंगल्स बैडमिंटन SH6 – गोल्ड मेडल / – Gold Medal

Krishna Nagar – Men’s Singles Badminton SH6

टोक्यो पैरालिंपिक (Tokyo Paralympics) में खेले गए बैडमिंटन (badminton) स्पर्धा में भारतीय पैरा एथलीट कृष्णा नागर (Krishna Nagar) ने भारत को पांचवां गोल्ड मेडल दिलाने में सफलता हासिल की है। बैडमिंटन पुरुष एकल SH6 (Badminton Men’s Singles SH6) स्पर्धा में भारतीय पैरा एथलीट कृष्णा नागर ने स्वर्ण पदक (Krishna Nagar) जीता।

राजस्थान में जन्मे इस शटलर ने शुरू से अंत तक इस प्रतियोगिता में अपना दबदबा बनाए रखा। उन्होंने सेमीफाइनल में ग्रेट ब्रिटेन के क्रिस्टन कॉम्ब्स (Kristen Combs) के खिलाफ सीधे गेम में जीत हासिल की।
और वहीं हांगकांग के चू मान काई (Chu Man Kai) के खिलाफ फाइनल थोड़ा मुश्किल रहा, लेकिन भारतीय ने यह मैच 21-17, 16-21, 21-17 से जीतकर स्वर्ण पदक हासिल कर लिया।

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